जानिए क्यों आपको Saving नहीं बल्कि Investment के बारे में सोचना चाहिए, वरना पड़े-पड़े 'बेकार' हो जाएगा पैसा!
नौकरी की शुरुआत के बाद बचत का मतलब सिर्फ कुछ पैसे बचाकर अपनी गुल्लक में रखना भर नहीं होता, बल्कि उसे निवेश (Investment) भी करना होता है. आइए जानते हैं क्यों पैसों की सिर्फ बचत नहीं करनी चाहिए, बल्कि उसे निवेश करना चाहिए.
हर किसी ने अपने माता-पिता से ये सलाह जरूर सुनी होगी कि पैसे बचाने चाहिए. जैसे-जैसे आप जीवन में आगे बढ़ते जाते हैं, बचत (Saving) के फायदे आप समझते जाते हैं. बचत के लिए ही तो बचपन में लगभग हर किसी के पास एक गुल्लक हुआ करती थी. हालांकि, बचपन का बचत का तरीका वर्किंग लाइफ में आने के बाद कुछ बदल जाता है. नौकरी की शुरुआत के बाद बचत का मतलब सिर्फ कुछ पैसे बचाकर अपनी गुल्लक में रखना भर नहीं होता, बल्कि उसे निवेश (Investment) भी करना होता है. आइए जानते हैं क्यों पैसों की सिर्फ बचत नहीं करनी चाहिए, बल्कि उसे निवेश करना चाहिए.
पड़े-पड़े 'बेकार' हो जाएगा पैसा!
यहां पैसों के बेकार होने का मतलब ये नहीं है कि वह काम नहीं करेगा, बल्कि उसकी वैल्यू बहुत ज्यादा गिर जाएगी. मान लेते हैं कि महंगाई हर साल करीब 6 फीसदी की दर से बढ़ रही है. आपको अपने पैसों की वैल्यू के बारे में समझने के लिए 72 को 6 से भाग देना होगा. इस तरह आंकड़ा 12 आता है. यानी 12 साल में आपके पैसों की वैल्यू आधी हो जाएगी.
वहीं अगर 114 को 6 से भाग दे दें तो आपके सामने 19 का आंकड़ा आता है. इसका मतलब हुआ कि आपके निवेश की वैल्यू 19 साल में एक तिहाई रह जाएगी. अगर 144 को 6 से भाग दे देंगे तो आंकड़ा 24 आएगा. इसका मतलब हुआ कि आपके पैसों की वैल्यू 24 सालों में एक चौथाई रह जाएगी. मतलब कि अगर आपने 1 लाख रुपये की बचत की और उसे संभाल कर अपने पास रख लिया तो 24 साल बाद उसकी वैल्यू सिर्फ 25 हजार रुपये रह जाएगी.
इमरजेंसी फंड भी बैंक में ही रखें
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कई बार लोगों का तर्क ये होता है कि वह इमरजेंसी की स्थिति से निपटने के लिए कुछ पैसे संभाल कर रखते हैं. अगर आप ऐसा भी करना चाहते हैं तो भी उसे अपने पास कैश में संभाल कर रखने के बजाय उसे बैंक अकाउंट में रखें. ऐसा करने से आपको सेविंग अकाउंट पर भी 3-4 फीसदी तक का ब्याज मिल जाएगा.
निवेश कर के कमाए ज्यादा रिटर्न
अगर आप पैसों की बचत करने के बजाए, उसे निवेश करेंगे तो उस पर आपको कुछ अतिरिक्त ब्याज मिलेगा. आइए जानते हैं कुछ विकल्पों के बारे में, जहां आप निवेश कर के रिटर्न पा सकते हैं.
1- एफडी
अगर आप गारंटी के साथ रिटर्न पाना चाहते हैं, लेकिन छोटी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो एफडी एक अच्छा विकल्प है. इसमें आप 1 साल से 5 साल या 10 साल तक के लिए भी निवेश कर सकते हैं और 7-8 फीसदी तक का ब्याज पा सकते हैं.
2- एसआईपी
अगर आप थोड़ा रिस्क लेना पसंद करते हैं तो आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी कर सकते हैं और आपको वहां 10-12 फीसदी तक का रिटर्न मिल सकता है. अच्छी बात ये है कि यह भी आप छोटी अवधि के लिए कर सकते हैं.
3- पीपीएफ
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं तो पीपीएफ में आपको गारंटी के साथ रिटर्न मिलेगा. इसकी दर सरकार हर साल तय करती है, लेकिन आपको 7.5-8.5 फीसदी के बीच रिटर्न मिलने की पूरी उम्मीद है. हालांकि, इसमें आपके पैसे 15 सालों के लिए ब्लॉक हो जाएंगे.
और भी हैं विकल्प
इनके अलावा निवेश के और भी तरीके हैं, जिनसे आपके पैसे बढ़ सकते हैं. आप सोने-चांदी में पैसे लगा सकते हैं या प्रॉपर्टी खऱीद सकते हैं. आप किसी खास मकसद से चलाई जा रही स्कीम में भी निवेश कर सकते हैं, जैसे एनपीएस, सुकन्या समृद्धि योजना. वहीं आप बॉन्ड में भी पैसे लगा सकते हैं, जिनसे आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा.
बचत नहीं, निवेश करें
इस तरह आप समझ गए होंगे कि क्यों बचत के बजाय निवेश पर ध्यान देना चाहिए. बचत में आपके पैसों की वैल्यू धीरे-धीरे गिरती चली जाती है, जबकि निवेश में आपके पैसों की वैल्यू बढ़ती जाती है. इससे आप भविष्य की जरूरतों से बेहतर तरीके से निपट सकते हैं.
05:29 PM IST